Saturday, March 8, 2025

राहुल गांधी का गुजरात दौरा: कांग्रेस में बदलाव की बयार, बीजेपी की मदद करने वालों को बाहर करने की चेतावनी




जय प्रकाश

अहमदाबाद, 8 मार्च 2025: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए संगठन में बड़े बदलाव का संकेत दिया। 7 और 8 मार्च को गुजरात में आयोजित विभिन्न बैठकों में राहुल गांधी ने साफ शब्दों में कहा कि कांग्रेस में अब दो तरह के नेताओं की पहचान की जाएगी और जो लोग भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की मदद करते हैं, उन्हें पार्टी से पूरी तरह बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। यह बयान कांग्रेस के भीतर एक बड़े फेरबदल और 2027 के गुजरात विधानसभा चुनाव की तैयारी का संकेत देता है।

कार्यकर्ताओं को दिया मजबूत संदेश

शनिवार को अहमदाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "कांग्रेस में दो तरह के नेता हैं। एक वो जो पार्टी के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं और दूसरे वो जो बीजेपी की मदद करते हैं। अब हमें इन दोनों को अलग करना है। जो लोग बीजेपी के साथ मिलकर कांग्रेस को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। ऐसे लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।" इस बयान से साफ है कि राहुल गांधी गुजरात में पार्टी संगठन को मजबूत करने और आंतरिक एकजुटता पर विशेष जोर दे रहे हैं।

उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि गुजरात में बीजेपी का गढ़ तोड़ने के लिए जमीनी स्तर पर काम करने की जरूरत है। "हमें बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करना होगा। बेरोजगारी, महंगाई, महिला सुरक्षा और किसानों के मुद्दों को जनता के बीच ले जाना होगा। हमारी लड़ाई बीजेपी की नीतियों से है और हम इसे जीतेंगे," राहुल ने जोश भरे अंदाज में कहा।

2027 के चुनाव पर नजर

राहुल गांधी का यह दौरा 2027 के गुजरात विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया गया है। गुजरात में बीजेपी पिछले तीन दशकों से सत्ता में है और कांग्रेस इसे अपने लिए एक बड़ी चुनौती मानती है। राहुल ने कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि पार्टी एक मजबूत रणनीति के साथ मैदान में उतरेगी। उन्होंने कहा, "हमने पहले कहा था कि हम गुजरात में बीजेपी को हराएंगे। इसके लिए अभी से काम शुरू हो गया है। संगठन में बदलाव होगा, नए नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी और जवाबदेही तय की जाएगी।"

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने यह भी संकेत दिया कि गुजरात में कांग्रेस की कमजोर स्थिति के लिए आंतरिक कलह और कुछ नेताओं की निष्क्रियता जिम्मेदार रही है। ऐसे में बीजेपी के साथ किसी भी तरह की साठगांठ करने वाले नेताओं पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बीजेपी पर निशाना

राहुल गांधी ने अपने संबोधन में बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, "बीजेपी गुजरात में सिर्फ इसलिए मजबूत है क्योंकि वह लोगों को बांटने और डराने की राजनीति करती है। लेकिन अब जनता सच को समझ रही है। हम गुजरात की जनता के साथ मिलकर बीजेपी को जवाब देंगे।" उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में कांग्रेस की जीत को एक बड़े संदेश के रूप में पेश किया, जिससे पूरे देश में विपक्ष को मजबूती मिलेगी।

संगठन में बदलाव की तैयारी

इस दौरे के दौरान राहुल गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, जिला अध्यक्षों, ब्लॉक अध्यक्षों और तालुका प्रमुखों के साथ कई बैठकें कीं। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, "राहुल गांधी ने जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की राय सुनी और संगठन को मजबूत करने के लिए सुझाव लिए। हमारा मकसद गुजरात में कांग्रेस को एक नई ताकत देना है।" सूत्रों के अनुसार, गुजरात से शुरू होने वाले संगठनात्मक बदलाव पूरे देश में कांग्रेस की रणनीति को प्रभावित कर सकते हैं।

राजनीतिक संदेश

राहुल गांधी का यह बयान और गुजरात दौरा न केवल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए बल्कि राजनीतिक हलकों में भी चर्चा का विषय बन गया है। विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस बीजेपी के मजबूत गढ़ में सेंध लगाने के लिए अभी से तैयारी में जुट गई है। साथ ही, पार्टी के भीतर अनुशासन और एकता को मजबूत करने की यह कोशिश 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भी एक बड़ा कदम हो सकता है।

गुजरात में कांग्रेस की स्थिति पिछले कुछ सालों में कमजोर हुई है। 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी सिर्फ 17 सीटें जीत पाई थी, जो बाद में विधायकों के इस्तीफे के कारण घटकर 12 रह गई। ऐसे में राहुल गांधी का यह दौरा और सख्त रुख कांग्रेस को नई ऊर्जा देने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।

निष्कर्ष

राहुल गांधी का गुजरात दौरा और उनका यह बयान कांग्रेस के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता है। बीजेपी की मदद करने वाले नेताओं को बाहर करने की चेतावनी से पार्टी में अनुशासन का संदेश गया है, वहीं कार्यकर्ताओं में जोश भरने की कोशिश भी साफ नजर आती है। अब देखना यह होगा कि क्या राहुल गांधी की यह रणनीति 2027 में गुजरात में कांग्रेस को सत्ता तक पहुंचा पाती है या नहीं। लेकिन इतना तय है कि कांग्रेस अब गुजरात को लेकर गंभीर हो चुकी है।

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